राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस)

मंत्रालय, करियर परामर्श, व्यावसायिक मार्गदर्शन, कौशल विकास पाठ्यक्रमों पर सूचना, शिक्षुता, इन्टर्नशिप आदि जैसी विविध रोजगार संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय रोजगार सेवा के रूपान्तरण हेतु एक मिशन मोड परियोजना के रूप में राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) परियोजना का कार्यान्वयन कर रहा है। भारत के माननीय प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्र को 20.07.2015 को एनसीएस पोर्टल (www.ncs.gov.in) समर्पित किया गया था। एनसीएस पोर्टल उपयोगकर्ताओं की सहायता के लिए मंगलवार से रविवार 8.00 बजे से रात 8.00 बजे तक उपलब्ध एक समर्पित हेल्पलाइन 1514 (बहुभाषी) द्वारा समर्थित हैं।

राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पहल के उद्देश्यों में प्रमुख संस्थानों और संगठनों के साथ कार्यनीतिक हस्तक्षेप और साझेदारी द्वारा रोजगार बाजार में अंतराल को दूर करना, बेहतर रोजगार में सुधार, कार्यबल की गुणवत्ता में वृद्धि, महिला कार्यबल की भागीदारी को बढ़ाना, उद्यमशीलता के प्रयास, अनौपचारिक से औपचारिक परिवर्तन है। उच्च उत्पादकताके लिए ग्रामीण कार्यबल के साथ जुड़नाएवंपुन: रोजगार के अवसरों आदि शामिलहै।

एनसीएस एक ऐसा समाधान है जो भारत के नागरिकों को विभिन्न प्रकार के रोजगार और करियर से संबंधित अनेक सेवाएं प्रदान करता है। यह उम्मीदवारों और नियोक्ताओं, प्रशिक्षण और करियर मार्गदर्शन की मांग करने वाले उम्मीदवारों एवं प्रशिक्षण एवं करियर परामर्श प्रदान करने वाली एंजेसियों के बीच के अंतर को पूरा करने की दिशा में कार्य करता है।

एनसीएस परियोजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  1. करियर और रोजगार के अवसरों में वृद्धि
  2. करियर विकास के लिए परामर्श और मार्गदर्शन
  3. कार्यबल की गुणवत्ता बढ़ाना
  4. समावेशी विकास पहलों पर ध्यान केंद्रित करना

1. अंतर्राष्ट्रीय रिक्तियां:

एनसीएस पोर्टल पर, व्यवसाय और क्षेत्रीय प्राथमिकता के आधार पर अंतरराष्ट्रीय रोजगारप्राथमिकताएकत्र करने का प्रावधान है। अंतरराष्ट्रीय रिक्तियों को एनसीएस पंजीकृत भर्ती एजेंसियों द्वारा एनसीएस पोर्टल पर डाला जाता है। कौशल से संबंधित पंजीकृत,रोजगार चाहने वालों को सुझावदिया जाता है कि यदि वे रुचि रखते हैं तो पदों पर आवेदन करें।

 

2. रोजगारपरक प्रशिक्षण

उद्योग में अग्रणी लोगों के साथ साझेदारी में, एनसीएस,रोजगार चाहने वालों के रोजगार कौशल, संज्ञानात्मक और गैर-संज्ञानात्मकको बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है। एनसीएस पोर्टल पर सॉफ्ट कौशल प्रशिक्षण और डिजिटल कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उपलब्ध रोजगारपरकता प्रशिक्षण का विवरण नीचे दिया गया है:

1. टीसीएस आईओएन द्वारा करियर कौशल प्रशिक्षण

राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) ने अपने पंजीकृत रोजगार चाहने वालों को एक निःशुल्क, स्व-नियोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम"करियर कौशल" की पेशकश करने के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड की एक रणनीतिक इकाई टीसीएस आईओएन के साथ भागीदारी की है, जो शिक्षार्थियों को विभिन्न सॉफ्ट कौशल प्रदानकरेगा। यह पाठ्यक्रम हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है और इसमें कॉर्पोरेट शिष्टाचार, प्रभावी ई-मेल लेखन, प्रभावशाली प्रस्तुतियाँ तैयार करना, कॉर्पोरेट टेलीफोन शिष्टाचार आदि जैसे मॉड्यूल शामिल हैं।

2. माइक्रोसॉफट द्वारा "डीजी सक्षम" रोजगार कौशल प्रशिक्षण

राष्ट्रीय करियर सर्विस ने माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के साथ साझेदारी की और डिजिटल कौशल के माध्यम से रोजगार के लिए एक संयुक्त डिजिटल कौशल पहल, डीजीसक्षम की शुरुआत की। यह परियोजना ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के युवाओं को डिजिटल कौशल हासिल करने के लिए सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिसमें बेहतर करियर के अवसरों के लिए ग्रामीण और सामाजिक रूप से वंचित युवाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। नि:शुल्क ऑनलाइन प्रशिक्षण दो मोड अर्थात् एनसीएस पंजीकृत उम्मीदवारों की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए एक्सेल, एज़्योर, सिक्योरिटी फंडामेंटल्स आदि जैसे माइक्रोसॉफ्ट के विभिन्न पाठ्यक्रमों पर स्व-नियोजित कौशल और वर्चुअल इंस्ट्रक्टर लेड ट्रेनिंग (वीआईएलटी)दिया जाता है।

3. करियर काउंसलर

एनसीएस पोर्टल अपने पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन करियर परामर्श और व्यावसायिक मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करता है। इस सेवा का उद्देश्य,रोजगार चाहने वाले को आवश्यक जानकारी प्रदान करना है जो उसकी योग्यता, कौशल वर्ग और रुचि के आधार पर सही करियर विकल्प बनाने के लिए आवश्यक है। एनसीएस पोर्टल अनुमोदित परामर्शदाताओं की सूची को ब्राउज़ करने और उनके साथ अपॉइंटमेंट बुक करने का अवसर प्रदान करता है। परामर्श सेवाएं,समुख या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी। करियर काउंसलिंग का मुख्य उद्देश्य रोजगार चाहने वालों को एक ऐसा क्षेत्र चुनने में सहायता करना है जो उनके कौशल और उनकी करियर अपेक्षाओं के अनुरूप हो। एनसीएस परियोजना में, अपेक्षित अनुभव और विशेषज्ञता रखने वाले सूचीबद्ध व्यावसायिक मार्गदर्शन (वीजी) विशेषज्ञों के माध्यम से व्यावसायिक मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करने की भी परिकल्पना की गई है।

ऑनलाइन परामर्श सेवाओं के अलावा, एनसीएस पोर्टल अपने देशव्यापी आदर्श करियर केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से जमीनी परामर्श सेवाएं भी प्रदान करता है। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने राष्ट्रीय करियर सेवा योजना के तहत अपने विभिन्न आदर्श करियर केंद्रों पर प्रशिक्षित युवा पेशेवरों और परामर्शदाताओं को तैनात किया है जो विशेष व्यक्तिगत और समूह करियर परामर्श प्रदान करते हैं। करियर काउंसलर की ऑनबोर्डिंग नीति (www.ncs.gov.in) पर देखी जा सकती है।

4. करियर सूचना सामग्री

एनसीएस,रोजगार के इच्छुक उम्मीदवारों को प्रत्येक क्षेत्र के तहत विभिन्न रोजगार भूमिकाओं पर 52 क्षेत्रों में विस्तृत करियर की सूचना प्रदान करता है। पोर्टल पर प्रत्येक क्षेत्र के तहत करियर की जानकारी वीडियो और टेक्स्ट दोनों रूपों में उपलब्ध कराई गई है। प्रत्येक क्षेत्र के लिए, व्यापक वीडियो एक क्षेत्र के अंतर्गतकरियर स्ट्रीम्स और विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि पाठ जानकारी, उस क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न रोजगार भूमिकाओं के बारे में गहन सूचनाप्रदान करती है। एनसीएस पर विभिन्न क्षेत्रों के तहत कुल 3600 से अधिक रोजगार व्यवसाय-2015 के राष्ट्रीय वर्गीकरण पर आधारित हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में उपलब्ध व्यावसायिक जानकारी का एक संग्रह है। एनसीओ संहिताएं, रोजगार बाजार में सूचना को अधिक पारदर्शी और वस्तुपरक बनाने में मदद करती हैं।

5. रोजगार कार्यालयों को एनसीएस पोर्टल से जोड़ना

रोजगार महानिदेशालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों की सरकारों को बुनियादी आईटी अवसंरचना प्रदान करने, 997 रोजगार कार्यालयों के छोटे-मोटे नवीनीकरण और रोजगार चाहने वालों के नियोजन को बढ़ाने के लिएजिला स्तर पर रोजगार मेलों के आयोजन के लिए राशियांप्रदान करेगा। कई राज्यों में पहले से ही रोजगार सेवाओं के लिए बेहतर आईसीटी आधारित व्यवस्थाएं हैं जबकि अन्य राज्यों के रोजगार कार्यालयों में एनसीएस सेवा की पहुंच में सुधार के लिए कुछ बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है।

रोजगार कार्यालय के लिए आईसीटी आधारित एकीकृत व्यवस्था वाले राज्यों के लिए, एनसीएस पोर्टल के साथ राज्य डेटाबेस को जोड़ने के लिए वेब सेवाएं बनाई गई हैं। इस योजना के तहत सभी कार्यों की निगरानी एनसीएस पोर्टल के माध्यम से की जाएगी, जो बड़ी संख्या में उपयोगी रिपोर्टें तैयार करती है और बेहतर निगरानी के लिए रोजगार कार्यालयों द्वारा इससे लाभ उठाया जा सकता है। एनसीएस पोर्टल का उपयोग करने वाले रोजगार कार्यालयों को,अपनी नियमित कार्यो कीरिपोर्टिंग और निगरानी डिजिटल रूप से उपलब्ध हो जाती है।

6. करियर केन्द्रों द्वाराआयोजित रोजगार मेले।

रोजगार चाहने वालों को नियोक्ताओं से मिलने और उसके बाद उनकी नियुक्ति के लिए सुविधा देने के लिए आदर्शकरियर केंद्रों (एमसीसी) में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाता है। इसके बदले, जो नियोक्ता सही कौशल की तलाश कर रहे हैं, उन्हें रोजगार मेलों से उपयुक्त उम्मीदवार मिल जाते हैं। एमसीसी में रोजगार मेलों का नियमित रूप से ऑनलाइन या परिसर में रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। एनसीएस पोर्टल में ऑनलाइन रोजगार मेलों के आयोजन के लिए प्रावधान किया गया है। एमसीसी/रोजगार कार्यालय, एनसीएस पोर्टल में रोजगार मेले का आयोजन करते हैं, जिसमेंनियोक्ता/नियुक्ति संगठन अपनी रिक्तियों को डालते हैं। पात्र उम्मीदवारों को एसएमएस/ईमेल के माध्यम से रिक्तियों के बारे में सूचित किया जाता है। रोजगार मेलों में भाग लेने के लिए नियोक्ताओं/नियुक्ति संगठनों और रोजगार चाहने वालों को जुटाने के लिए एमसीसी/रोजगार एक्सचेंजों द्वारा अतिरिक्त प्रयास भी किए जा रहे हैं। ऑन-कैंपस रोजगार मेले आयोजित करते समय, करियर सेंटर भी एनसीएस पोर्टल में कार्यक्रमकरते हैं।

7. यंग प्रोफेशनल स्कीम

श्रम और रोजगार मंत्रालय, मिशन मोड परियोजना के तहत जन रोजगार संबंधी सेवा में सुधार के लिए राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) परियोजना काकार्यान्वयन कर रहा है। इस सुचारु रूपांतरण के लिए, एनसीएस परियोजना के स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, पूरे देश में मानकीकृत रोजगार सेवाएं प्रदान करने के लिए कई आदर्शकरियर केंद्र (एमसीसी) स्थापित किए गए हैं। इन एमसीसी को प्रभावी ढंग से कार्यात्मक बनाने के लिए, रोजगार महानिदेशालय (डीजीई) द्वारा एक 'यंग प्रोफेशनल स्कीम' शुरू की गई थी, जिसमें एनसीएस परियोजना की कार्यवाईयों को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रत्येक एमसीसी में 3 साल की अवधि के लिए एक वाईपी को तैनात किया गया है। 'यंग प्रोफेशनल स्कीम' का उद्देश्य भारत में रोजगार सेवा और करियर परामर्श के उभरते परिदृश्य के बेहतर परिवर्तन में सहायता करने के लिए इन सामाजिक अग्रणी युवाओं के ज्ञान, ऊर्जा और सोचने के नए तरीके का उपयोग करना है। वाईपी योजना 2015 में शुरू की गई थी और अब तक 5 बैचों में 129 वाईपी की भर्ती की गई है। 112 वाईपी के छठे बैच के लिए नियुक्ति प्रक्रियाधीन है।

वाईपी को समय-आधारित अनुबंध के आधार पर नियुक्तिकिया जा सकता है, क्योंकि युवा पेशेवर को एक निश्चित अवधि के लिए नियुक्त किया जाना है, लेकिन आवश्यकता के अनुसार विशिष्ट परियोजनाओं पर उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने के लिए 5 साल से अधिक नहीं होना चाहिए। हालांकि, दूसरे और बाद के वर्षों में उनकी संबंधित स्थिति में उनकी निरंतरता, स्पष्ट रूप से परिभाषित मुख्य कार्य निष्पादन संकेतकों के आधार पर संतोषजनक कार्य निष्पादन समीक्षा पर निर्भर होगी। वर्तमान में युवा पेशेवरों को मासिक पारिश्रमिक के रूप में रु. 50,000/- की समेकित राशि और वाहन भत्ते के रूप में रु.1,500/- का भुगतान किया जाता है। युवा पेशेवरों को उनके कार्य निष्पादन की समीक्षा के आधार पर 5000/- रुपये की वार्षिक वृद्धि भी प्रदान की जाती है।