प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) अनुभाग

मंत्रीमंडल सचिवालय (पीएमओ) के निर्देशों के अनुसार, डीजीई ने पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से लाभार्थियों के आधार से जुड़े खातों में सीधे लाभ हस्तांतरित करने के लिए दो डीबीटी नकद योजनाएं लागू की हैं।

 

वर्तमान में, दो डीबीटी योजनाएं, रोजगार महानिदेशालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही हैं, अर्थात,

 

1. कोचिंग एवं मार्गदर्शन केंद्र (सीजीसी) अब इसका नाम अ.ज./अ.ज.जा. के लिए एनसीएससी कर दिया गया है, के माध्यम से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के नौकरी चाहने वालों का कल्याण।

 

2. अन्यथा सक्षमों के लिए व्यावसायिक पुनर्वास केंद्र (वीआरसी) की योजना का नाम बदलकर डीए के लिए एनसीएससी कर दिया गया।

पहली योजना के तहत, वर्तमान में देश भर में अ.ज./अ.ज.जा. के लिए 25 एनसीएससी केन्द्र काम कर रहे हैं। जिनमें से 22 केंद्र, कोचिंग/प्रशिक्षण/परामर्श आदि के माध्यम से रोजगार कार्यालयों और एनसीएस पोर्टल में पंजीकृत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के शिक्षित नौकरी चाहने वालों की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए, डीबीटी योजना लागू कर रहे हैं। ये केंद्र, आइजोल, बैंगलोर, भुवनेश्वर, कोलकाता, दिल्ली, गुवाहाटी, हिसार, हैदराबाद, इंफाल, जम्मू, जबलपुर, जालंधर, जोवाई, जयपुर, कानपुर, कोहिमा, मंडी, चेन्नई, नागपुर, रांची, सूरत, तिरुवनंतपुरम, पुडुचेरी, नाहरलागुन और विशाखापत्तनम में स्थित हैं।

 

ये केंद्र, प्रतिष्ठित संस्थानों और एनईआईएलआईटी के माध्यम से निम्नलिखित पाठ्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। ये पाठ्यक्रम केवल अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को पूरी तरह से निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं;

 

(1) विशेष कोचिंग योजना (11 महीने) उम्मीदवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा करने और समूह-सी लिपिक पदों आदि के लिए साक्षात्कार की तैयारी करने में सक्षम बनाती है।

 

(2)        एनईआईएलआईटी के माध्यम से कंप्यूटर '' लेवल सॉफ्टवेयर कोर्स (12 महीने) उम्मीदवारों को, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम ज्ञान प्रदान करता है।

 

 (3)    एनईआईएलआईटी के माध्यम से कम्प्यूटर '' स्तर का हार्डवेयर एवं अनुरक्षण पाठ्यक्रम (12 माह) उम्मीदवारों को कंप्यूटर हार्डवेयर के क्षेत्र में महारत हासिल करने में सहायता करता है।

 

पात्र उम्मीदवारों को किसी महीने में 80% या उससे अधिक उपस्थिति की शर्त के आधार पर 1,000/- प्रति माह की वृत्ति का प्रति उम्मीदवार भुगतान किया जाता है, यह भुगतान पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ऑनलाइन किया जाता है।

 

दूसरी योजना के तहत, वर्तमान में देश भर में डीए के लिए 24 एनसीएससी केंद्र काम कर रहे हैं। जिनमें से 21 केंद्र विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए डीबीटी योजना, लागू कर रहे हैं। केंद्र प्रभारी, अपेक्षित कर्मचारियों के साथ उम्मीदवार की छुपी हुई क्षमता का आकलन करते हैं और विभिन्न आधिकारिक प्रक्रियाओं को अपनाते हैं और डीए प्रशिक्षण व्यावसायिक पाठ्यक्रम के लिए एनसीएससी में उसे दाखिला देते हैं। ये केंद्र अगरतला, अहमदाबाद, बैंगलोर, भुवनेश्वर, चेन्नई, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, जबलपुर, जयपुर, कानपुर, कोलकाता, लुधियाना, पटना, मुंबई, पुडुचेरी, रांची, त्रिवेंद्रम, श्रीनगर, ऊना और वडोदरा में स्थित हैं।

 

सभी व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, संबंधित डीए के एनसीएससी केंद्रों द्वारा आंतरिक रूप से आयोजित किए जाते हैं। ये पाठ्यक्रम मानदंडों के अनुसार केवल पीडब्ल्यूडी के लिए पूरी तरह से निःशुल्क हैं।

 

पात्र उम्मीदवारों को किसी विशेष महीने में 80% या उससे अधिक उपस्थिति की शर्त पर प्रति उम्मीदवार 2,500/- रुपये प्रति माह की दर से मासिक वृत्ति का भुगतान किया जाता है, इसका भुगतान पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ऑनलाइन किया जाता है।

 

अधिक जानकारी/पूछताछ (यदि कोई हो) के लिए, आप डीबीटी अनुभाग, डीजीई से dbt.del-dget@gov.in पर संपर्क कर सकते हैं।